मध्य प्रदेश का एक जिला छिंदवाड़ा जो की आदिवासी बाहुल्य जिला है आदिवासी वर्ग के रहवासियों का प्रतिशत नंबर वन पर है छिंदवाड़ा पर्यटन एवं दार्शनिक स्थल के लिए बहुत सी जगह यहां देखने लायक है जिससे कि पर्यटक एवं बाहरी दर्शनार्थियों के लिए बहुत पसंद आता है छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश के दक्षिण क्षेत्र में स्थित एक जिला है जो कि महाराष्ट्र की सीमा से लगा हुआ है! यहां पर पर्यटन की दृष्टि से अपार संभावना है छिंदवाड़ा जिले का देवगढ़ किला पुरातन विभाग एवं गोंड राजाओं के वंश का किला है जिसे पर्यटक विभाग में अपने सूची में शामिल किया है उसके बाद पातालकोट जो की था छिंदवाड़ा जिले के तामिया विकासखंड के अंतर्गत आता है पातालकोट समुद्री ऊंचाई से 5000 के लगभग नीचे गहराई में बस एक दार्शनिक एवं पर्यावरण की दृष्टि से बहुत ही उत्तम एवं देखने लायक जगह है यहां पर आयुर्वेदिक खजाना जड़ी बूटी देश कीमती है एवं यहां की भरिया जनजाति आदिवासी वर्ग की प्रमुख जनजाति में से एक है पातालकोट में भारत सरकार द्वारा जनजाति कल्याण विभाग के तहत वहां कई मल्टी पुनर्निर्माण योजनाएं प्रोजेक्ट चला रहे हैं विशेष अतिथि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए होमस्टे पर्यटन विभाग ने की नई योजना चालू की है!!!!!
माता हिंगलाज मंदिर जो की परासिया ब्लॉक के अंतर्गत छिंदवाड़ा जिले का शक्तिपीठ में से एक माता हिंगलाज का मंदिर है यहां प्रतिवर्ष माता का मेला का आयोजन होता है
छिंदवाड़ा जिले के सौसर तहसील के अंतर्गत आने वाला प्रसिद्ध जाम सांवली मंदिर पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही माना हुआ एवं आस्था का केंद्र है
छिंदवाड़ा जिले के पर्यटन की दृष्टि से तोतला जलाशय एवं विद्युत पर्यटन विभाग की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है यहां पर महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश के संयुक्त उपक्रम से वन्य जीव के संरक्षण के लिए विशाल कॉरिडोर बनाया गया है दार्शनिक स्थल से पेंच नेशनल पार्क वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत पर्यटकों के लिए घूमने एवं देखने लायक उत्तम दृश्य स्थान है

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